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सोमवार, 25 नवंबर ||. आत्मिक अमृत

अध्ययनः. भजन 51ः6,7,10,11


रुकें, जांचें, आगे बढ़ें!


“सड़कों पर खड़े होकर देखो, और पूछो कि प्राचीनकाल का अच्छा मार्ग कौन सा है, उसी में चलो३” - यिर्मयाह 6ः16

मोटर स्पोर्ट्स में, पिट स्टॉप एक ऐसी जगह है जहां रेसिंग वाहन दौड़ के दौरान ईंधन भरने, मरम्मत, यांत्रिक समायोजन या ड्राइवर बदलने के लिए गड्ढे में रुकता है। पिट स्टॉप को इस प्रकार समझाया गया हैः “पिट स्टॉप करने से, वाहन कम ईंधन ले जा सकती हैं, और इसलिए हल्की और तेज हो सकती हैं। एक सफल दौड़ के लिए इष्टतम पिट रणनीति चुनना महत्वपूर्ण है।‘‘ हम इस ‘‘पिट स्टॉप‘‘ सिद्धांत को अपने जीवन में व्यक्तिगत रूप में या परिवारों और विश्वासियों के समूह के रूप में लागू कर सकते हैं। हममें से प्रत्येक को समय≤ पर ऐसे विराम की आवश्यकता होती है ताकि प्रभु ने हमारे लिए जो कुछ रखा है हम उस पर नजर रख सकें। यह विराम हमें आराम लेने, तरोताजा होने और अपनी आध्यात्मिक दौड़ में खुद को जांचने की अनुमति देता है। इस दौड़ में, हम, व्यक्तिगत रूप से, ड्राइवर हैं, हमारे परिवार पिट क्रू हैं और सभी वाहन हमारे स्वर्गीय पिता की हैं।


	प्रिय मित्रों, पवित्र शास्त्र वह मानक है जिसके द्वारा हम पिट स्टॉप में पहुँचकर अपने जीवन का मूल्यांकन कर सकते हैं। यदि हम इसकी शर्तों को पूरा करते हैं, तो हमारी दौड़ सफल होना निश्चित है। सबसे पहली और प्रमुख शर्त मोक्ष है । यदि कोई व्यक्ति अपने पापी मार्गों से नहीं हटता है और अपने आप को यीशु के खून से नहीं धोता है, तो वह दौड़ के लिए अयोग्य है। यौन अनैतिकता, अशुद्धता, कड़वाहट, क्रोध, मूर्तिपूजा जैसे पापपूर्ण प्रकृति के कार्यों को हमारे जीवन से समाप्त किया जाना चाहिए। इसके बजाय, हमें पवित्र आत्मा से परिपूर्ण होना चाहिए। पवित्र आत्मा ही हमें मसीह में विजयी जीवन जीने की शक्ति देता है। दूसरा, हमें अपने प्रभु के वचन को पढ़कर और प्रार्थना करके उनके साथ घनिष्ठ संगति रखनी चाहिए। तभी हम जान पाएंगे कि प्रभु किस चीज से प्रसन्न होते हैं, और हम अपने जीवन में उनकी इच्छा पूरी कर पाएंगे और अपनी आध्यात्मिक कमियों की जाँच कर पाएंगे। आइए हम जितनी बार संभव हो पिट स्टॉप करें। प्रभु हमें हर पिट स्टॉप के बाद प्रतिबद्धता और साहस के साथ आने में अपनी मदद करें ताकि दौड़ के अंत में हम पौलुस के तरह कह पायेंगे,”मैं अच्छी कुश्ती लड़ चुका हूँ, मैं ने अपनी दौड़ पूरी कर ली है३ भविष्य में मेरे लिये धर्म का वह मुकुट रखा हुआ है।“ (2 तीमुथियुस 4ः7,8)

प्रार्थनाः प्रिय प्रभु, मुझे मेरी आध्यात्मिक दौड़ में ‘पिट स्टॉप‘ पर कुछ देर रुकने की कृपा करें। उन चीजों को ख़त्म करने में मेरी मदद करें जिनसे आप नफरत करते हैं। मेरे अंदर एक साफ दिल पैदा करो और मुझे अपनी पवित्र आत्मा से भर दो, और एक विजयी जीवन जीने में मेरी मदद करो। यीशु के नाम पर मैं प्रार्थना करता हूँ। आमीन
 
 

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