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मंगलवार, 10 दिसंबर || आत्मिक अमृत

अध्ययनः यहेजकेल 3 16-19


हे प्रभु, झूठे भविष्यवक्ताओं को दोषी ठहराओ और सुधारो


इसलिये चाहे वे सुनें या न सुनेंय तौभी तू मेरे वचन उन से कहना, वे तो बड़े विद्रोही हैं।“  - यहेजकेल 2ः7

जब राजा दाऊद ने बतशेबा के साथ व्यभिचार किया, तो प्रभु दुखी हुए और इसलिए उन्होंने दाऊद को उसके पाप के लिए डांटने के लिए नाथन, भविष्यवक्ता को भेजा। नाथन राजा के पास जाने और प्रभु का वचन कहने से नहीं डरता था। उसने यह नहीं कहा, ‘‘प्रभु, यह एक बहुत ही नाजुक मामला है और मुझे राजा को यह बताने में शर्म आ रही है,‘‘ न ही उसे डर था कि दाऊद, एक महान और शक्तिशाली राजा होने के नाते, उसके साहसी कार्य के लिए उसे मार डालेगा। लेकिन वह सीधा दाऊद के पास गया और उसे एक अमीर आदमी की काल्पनिक कहानी सुनाकर उसके पाप का दोषी ठहराया। हालाँकि वो अमीर आदमी कई मेमनों का मालिक था, उसने अपने मेहमान के लिए दावत की मेजबानी करने के लिए अपने पड़ोसी के एकमात्र मेमने को मार डाला। तब नाथन ने साहसपूर्वक दाऊद की ओर इशारा किया और कहा, ‘‘तुम ही वह आदमी हो!‘‘ फिर उसने दाऊद को उसके अहंकारी कृत्य के लिए प्रभु का कठोर दंड सुनाना जारी रखा। (2 शमूएल 12ः1-17) 


जब यहूदा के राजा उज्जिय्याह को प्रभु ने बहुतायत से आशीर्वाद दिया, तो वह शक्तिशाली हो गया और घमंड में चूर हो गया। वह धूप जलाने के लिये यहोवा के मन्दिर में गया। यह देखकर याजक अजर्याह ने उसका सामना किया और कहा, “हे उज्जिय्याह, यहोवा के लिये धूप जलाना तेरे लिये उचित नहीं है।“ अजर्याह ने किसी राष्ट्र के राजा को उसके पापपूर्ण कार्य के लिए डाँटने में संकोच नहीं किया। प्रिय दोस्तों, हम ऐसे दिनों में रहते हैं जहां कई झूठे भविष्यवक्ता हैं, जो लोगों को एक के बाद एक आशीर्वाद देते रहते हैं, जिनमें पवित्र शास्त्र का कोई आधार नहीं है। वे अज्ञानी लोगों का शोषण करते हैं और आर्थिक लाभ के लिए कमजोर दिमाग वाले लोगों को धोखा देते हैं। आइये हम भेड़ की खाल में छुपे ऐसे भेड़ियों को पहचानने का समझदार दिमाग रखें। आइए हम बड़े बोझ के साथ प्रार्थना करें कि प्रभु उन्हें उनके अपराध के लिए दोषी ठहराएं और उन्हें सुधारें। आइए हम प्रार्थना करें कि परमेश्वर ऐसे लोगों को खड़ा करें जो लोगों को चेतावनी देने और उन्हें मसीह की ओर ले जाने के लिए पर्याप्त साहसी हों।

प्रार्थनाः स्वर्गीय पिता, नाथन, अजर्याह, यहेजकेल और पवित्र शास्त्र के समय में रहने वाले कई अन्य भविष्यवक्ता इतने साहसी थे कि उन्होंने अपने राष्ट्र के राजाओं को भी चेतावनी दी थी। लेकिन आज, तथाकथित भविष्यवक्ताओं को बेईमान लाभ के लिए लोगों को ‘‘भविष्यवाणी‘‘ करते हुए देखना कितना दुखद है। उन्हें बचाइये प्रभु। धन्यवाद। आमीन
 
 

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